देवराज ने 7 साल पहले अनार के पौधे लगाये थे । उन्होंने आम तौर पर रोपाई के तीसरे साल में अनार की कटाई शुरू की थी। शुरूआती 3-4 साल तक 3.5 से 4 टन प्रति एकड़ पैदावार होती थी। पिछले साल उनके बाग़ की उम्र 7 साल हो गई। उस साल उन्हें प्रति एकड़ 6 टन अनार मिला। उत्पादन के दौरान बीमारियों और कीड़ों को नियंत्रित करने के लिए देवराज बहुत समय और पैसा खर्च करते थे। देवराज चालू सीजन की शुरुआत से ही फसल के लिए बायोफिट उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्होंने शुरू-शुरू में ड्रिप सिंचाई द्वारा 1 लीटर प्रति एकड़ क्षेत्र के हिसाब से बायोफिट एनपीके और बायोफिट फार्म का इस्तेमाल किया। इसी के साथ उन्होंने 20-25 दिन के अंतराल पर बायोफिट स्टिमरिच और बायो-99 का छिड़काव किया। इसलिए मौजूदा सीजन में अनार की फसल में काफी बदलाव देखने को मिला। अनार की फसल में अच्छी वृद्धि हुई थी, फूल का झड़ना कम हो गया था, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर फल आने लगे थे। उन्हें औसतन 400-500 ग्राम वजन के फल मिले।
अनार की फसल पर रसीले कीटों और कवक रोगों को रोकने के लिए, उन्होंने 15-20 दिनों के अंतराल पर बारी-बारी से बायोफिट इंटॅक्ट और रॅपअप का छिड़काव किया।